Tuesday 20 March 2018

नए मोड़ लेता है

सफर भी जिंदगी का, नए मोड़ लेता है
उलझता हू जब, खुद ही सुलझा देता है,
एक रास्‍ता बंद, तो दूसरा खोल देता है,
सफर भी जिंदगी का नए मोड़ लेता है।
अजब है परखने का, तरीका भी इसका
ठहर कर, जैसे थोड़ा संवरने लगता हूं
बीच रास्‍ते में, यह आइने लगा देता है
सफर भी जिंदगी का, नए मोड़ लेता है।
by- राहुल


शायरी

हम तो तेरे आशियाने में आये थे तूझे अपना जानकर,
लेकिन तुमने तो सारी दीवारों में आइना लगा दिया है।
By--
राहुल

शायरी

किसी भी सफ़र में कितने शहरों को सफर करना पड़ता है,
जाना एक शहर होता है, रस्ते में कुछ शहर यूँ ही गुजर जाते हैं।
(पहली लाइन में दूसरा सफर शब्द अन्ग्रेजी से लिया है )
By---राहुल

शायरी

मुल्क में बहस हो रही है तो होने दो ,
मत रोको उसे।
सालों से आवाम से परदा कर रखा है ,
कुछ सियासतदानों ने।
By----
राहुल