Wednesday 26 July 2017

डेमोक्रेसी नीतिश को अब डाइजेस्‍ट नहीं करेगी

डेमोक्रेसी नीतिश को अब डाइजेस्‍ट नहीं करेगी

डेमोक्रेसी को बाईपास करके बिहार की राजनीतिक में नीतिश ने जो कदम उठाया है। यह कदम उन्‍होंने अपने ही कब्र की तरफ बढाया है। यह इंडियन डेमोक्रेसी के लिए ठीक भी है कि कचरा खुद ब खुद उपर आ जाए। ऐसी राजनी‍ति और ऐसे राजनीतिज्ञ एक आदर्श डेमोक्रेसी की जरुरत भ्‍ाी नहीं होते है। इनका सही चेहरा सामने लाने के लिए डेमोक्रेसी कुछ ऐसा रास्‍ता बनाती है कि नीतिश जैसे राजनेता खुद ही जनता के सामने एक्‍सपोज हो जाते हैं। ऐसे लोगों के कब्र को भी डेमोक्रेसी की सीमाओं के भीतर नहीं बननी चाहिए।

जब चुनाव होता है तो जनता अपने लिए प्रतिनिधि और पार्टी या गठबंधन को चुनती है। साथ ही साथ वह यह भी जाहिर कर देती है कि वह किसे अपना प्रतिनिधित्‍व नहीं देना चाहती। लेकिन जब आप जनता को बाईपास करते हैं आप उसके साथ सरकार बनाते हैं जिसको जनता ने नकार दिया है। जब आप डेमोक्रेसी के पैमाने से खेलने लगते हैं। तब डेमोक्रेसी भी ऐसे लोगों को डाइजेस्‍ट नही करती और उनको उनके असली चेहरे के साथ बाहर उगल देती है। आने वाला समय इस बात का साक्षी होगा।

बिहार की जनता ने आपके गठबंधन को एनडीए और मोदी के खिलाफ जनादेश दिया था। जनता को आपके उपर पूरा विश्‍वास था और शायद दिमाग में यह बात भ्‍ाी बैठी हुई थी कि नीतिश इस गठबंधन के मुखिया और सीएम रहेंगे तो वह अपने सहयोगियों की मनमानियों पर लगाम लगाकर सरकार को अच्‍छे से चलाएंगे। आप ऐसा कर नहीं पाए। आपने केवल सुशासन बाबू का चोला पहना था। आप इतने दक्ष्‍ा नहीं थे। आपके अंदर इन सबको साधने की प्‍लानिंग नहीं थी आप दबाव में आकर बिखर गए। आप कमजोर हैं और सहयोगी पर सरकार नहीं चलाने देने का आरोप लगाकर इस्‍तीफा दे दिया।

आप उनके साथ चले गए और सरकार बना लिया जिनकों जनता ने पूरी तरह से नकार दिया था। यदि गठबंधन की सरकार चलाने में इतनी ज्‍यादा दिक्‍कत हो रही थी तो आप इस्‍तीफा देकर विधानसभा भ्‍ांग करने की सिफारिश करके चुनाव में उतरते। लेकिन आपने ऐसा नहीं किया और जनता के जनादेश का अपमान कर दिया। जनता के दिलों दिमाग में जो आपकी छवि थी उसे आपने अपने स्‍वार्थ की बारिश में धुल कर नाली में बहा दिया। अापकी कही बातों का अब कोई मतलब नहीं होगा। जनता आि‍पको अब सुनेगी भ्‍ाीं नही। आपकी राजनीति ऐसी होगी की आपके उपर कोई पत्‍थर भी नहीं फेंकेगा। लालू ने कुछ सालों पहले शायद ठीक कहा था कि नीतिश के पेट में भी दांत है।

राहुल श्रीवास्‍तव